Wednesday, 22 March 2017

सोते वक्त क्यों बहती है आपकी लार?


क्या सोते हुए आपके मुंह से भी बहती है लार?
 जानिये इसके कारण।

जब आप गहरी नींद से सोकर जागते हैं तो अक्सर आपने देखा होगा कि आपके मुंह के किनारे से लार की पतली सी धार बह रही होती है। हालांकि सोते हुए लोगों के मुंह से लार बहना बहुत आम बात है लेकिन कई बार ये किसी गंभीर बीमारी का संकेत भी होता है। आइये पहले जानते हैं कि आपकी नींद और लार बहने के बीच क्या संबंध है।
चिकित्सा जगत में लार बहने को सिआलोरेहिआ (sialorrhea) कहते हैं, जो आमतौर पर उन शिशुओं को होता है जिनके दांत निकल रहे होते हैं, उन बच्चों को होता है जिन्हें मांसपेशीय और तंत्रिका संबंधी समस्या जैसे कि सेरब्रल पॉल्ज़ी होती हैं।
शरीर में लार बनाने वाले अलग से ग्लैंड्स होते हैं। सोते समय जागते समय की अपेक्षा अधिक लार का निर्माण होता है। जब आप जागे होते हैं तो आपकी लार बहती नहीं है, क्योंकि आप अपनी लार को निगल लेते हैं। लेकिन जब आप नींद में होते हैं तो आप और आपकी चेहरे की नसें आराम के मूड में होती हैं। इसलिए ऐसे में जब आपके लार के ग्लैंड्स लार तैयार करते हैं तो वो बहने लग जाती है क्योंकि आप उसे निगलते नहीं हैं।
अगर आपकी सोते हुए लार बहती है तो आपने देखा होगा कि लार आमतौर पर तभी बहती है जब आप करवट लेकर सोते हो। पीठ के बल सोने पर बहुत कम लार बहती होगी। ऐसा इसलिए क्योंकि जब आप पीठ के बल सोते हैं तो लार आपके गले के रास्ते शरीर में अपने आप चली जाती है।
लार बहना कुछ छोटी या बड़ी स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत हो सकता है। आइये जानें इन समस्याओं के बारे में।

1) एलर्जी– नाक से संबंधित एलर्जी और कुछ खाने पीने की चीज़ों से होने वाली एलर्जी की वजह से लार का अधिक निर्माण हो सकता है और वो बह सकती है।

2) एसीडिटी या जीईआरडी– वैज्ञानिकों का मानना है कि एसिड रिफ्लक्स एपीसोड्स के कारण गेस्ट्रिक एसिड होता है। इससे एसोफागोसलाइवरी (esophagosalivary) उत्तेजित होता है और बहुत अधिक लार बनने लगती है।

3) साइनस इंफेक्शन – ऊपरी श्वास नलिका के संक्रमण आमतौर पर सांस लेने और निगलने की समस्याओं से जुड़े होते हैं। इन समस्याओं में लार जमा हो जाने से मुंह से बहने लगती है। साथ ही, जब फ्लू के कारण नाक बंद होती है तो आप खासतौर पर रात को अपने मुंह से सांस लेते हैं और ऐसे में आपके मुंह से लार बहने लगती है।

4) टोंसिलाइटिस– गले के पीछे मौजूद टोंसिल्स ग्लैंड्स होते हैं, जिनमें सूजन आ जाने से टोंसिलाइटिस हो सकता है। सूजन की वजह से गले का रास्ता छोटा हो जाता है जिससे लार गले से उतर नहीं पाती और मुंह से बहने लग जाती है।

5) सोते हुए डरना – कुछ लोगों को सोते हुए डर लगने की समस्या होती है। इस समस्या का एक लक्षण लार बहना भी है। युवाओं में साइकोपैथोलॉजिकल कारण से ये समस्या होती हैं। ऐसा उनके भावनात्मक तनाव में होने के कारण, ड्रग्स या एल्कोहल लेने के कारण और नींद की कमी के कारण भी हो सका है। कई बार नींद से जुड़ी अन्य समस्याओं जैसे नींद में चलना, नींद में बात करना आदि में भी लार बहती है।

6) ड्रग्स और केमिकल्स– अगर आप कोई दवाई या ड्रग्स ले रहे हैं तो सोते हुए लार बहना आपके लिए बहुत आम बात हो सकती है। कुछ एंटीडिप्रेसेंट और दवाएं जैसे कि मॉर्फिन, पिलोकार्पिन आदि लार का निर्माण बढ़ा देती हैं।

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