खर्राटे की समस्या को दूर करने के लिए 1 ग्लास गुनगुने पानी में 3 चम्मच दालचीनी के पाउडर को मिलकर पीना चाहिए.
रात को सोने से पहले कम से कम 1 कप दूध पीने से भी खर्राटे आना बंद हो जाते है.
साइनस की समस्या से भी खर्राटे आना शुरू हो जाते है. इसलिए जब भी साइनस की परेशानी हो तो चिकित्सक की सलाह ले
अधिक धूम्रपान से बचे अधिक धूम्रपान करना सेहत के लिए हानिकारक होता है. यह कैंसर के साथ-साथ स्लीप एपनिया का कारण भी बनता है धूम्रपान से निकालने वाला धुआ, सीधे हमारे हृदय और फेफड़ो तक जाता है. इससे फेफड़े कमजोर पड़ने लगते है और ऑक्सिजन का सही से प्रभाब नही हो पता है.इस वजेह से साँस संबंधी समस्या होने लगती है और कई बार साँस लेते समय आवाज़ आने लगती है जिसे खराटे कहा जाता है.
अधिक से अधिक पानी पिए पानी हमारे शरीर में नामी को बनाए रखने में मदद करता है. जब शरीर मे पानी की कमी होती है तो हमारी नाक की नली भी सुख जाती है. इस वजेह से साँस लेने मे परेशानी होने लगती है और खराटे आना शुरू हो जाते है. इसलिए दिनभर कम से कम 8 ग्लास पानी ज़रूर पीना चाहिए.
पीठ के बल सोने से बचे रात में सोते समय पीठ के बाल सोने की बजए पेट के बल या फिर करवट लेकर सोना चाहिए. इससे साँस लेने में तकलीफ़ नही होती है और चैन की नींद आती है
रात को सोने से पहले कम से कम 1 कप दूध पीने से भी खर्राटे आना बंद हो जाते है.
साइनस की समस्या से भी खर्राटे आना शुरू हो जाते है. इसलिए जब भी साइनस की परेशानी हो तो चिकित्सक की सलाह ले
अधिक धूम्रपान से बचे अधिक धूम्रपान करना सेहत के लिए हानिकारक होता है. यह कैंसर के साथ-साथ स्लीप एपनिया का कारण भी बनता है धूम्रपान से निकालने वाला धुआ, सीधे हमारे हृदय और फेफड़ो तक जाता है. इससे फेफड़े कमजोर पड़ने लगते है और ऑक्सिजन का सही से प्रभाब नही हो पता है.इस वजेह से साँस संबंधी समस्या होने लगती है और कई बार साँस लेते समय आवाज़ आने लगती है जिसे खराटे कहा जाता है.
अधिक से अधिक पानी पिए पानी हमारे शरीर में नामी को बनाए रखने में मदद करता है. जब शरीर मे पानी की कमी होती है तो हमारी नाक की नली भी सुख जाती है. इस वजेह से साँस लेने मे परेशानी होने लगती है और खराटे आना शुरू हो जाते है. इसलिए दिनभर कम से कम 8 ग्लास पानी ज़रूर पीना चाहिए.
पीठ के बल सोने से बचे रात में सोते समय पीठ के बाल सोने की बजए पेट के बल या फिर करवट लेकर सोना चाहिए. इससे साँस लेने में तकलीफ़ नही होती है और चैन की नींद आती है
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