कहीं आपके टूथपेस्ट में तो नही है जहर, स्टडी में हुआ है चौंकाने वाला खुलासा... अभी जानिए!
टोक्सिक लिंक संस्था की एक स्टडी में सामने आया कि कुछ टूथपेस्ट और हैंडवॉश में ट्राइक्लोसन केमिकल मिला है। दिल्ली से लिए गए सैंपलों में करीब 72 फीसदी में यह खतरनाक केमिकल मिला।
स्टडी में दिल्ली में टूथपेस्ट और साबुन के 11-11 सैंपल लिए गए। जांच में यह चोकाने वाला सच सामने आया कि एक साबुन और 4 टूथपेस्ट के सैंपल में ट्राइक्लोसन 3000 पीपीएम की तय मात्रा से अधिक पाया गया।
आपको यह जानकर हैरानी होगी कि इस केमिकल से कैंसर, लिवर और डिप्रेशन जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इससे बच्चों की सेहत पर भी दुष्प्रभाव पड़ता है। कुछ टूथपेस्ट में पॉलीथीन ग्लाइकोल्स (पॉलीथीन) नाम का पदार्थ पाया जाता है, यह केमिकल आपके शरीर के लिए जहर की तरह है जो आपके दिमाग, किडनी और हृदय को नुकसान पहुंचा सकता है।
टूथपेस्ट में ट्रिक्लोसन नाम का जर्म किलर केमिकल पाया जाता है, जिसे पहले पेस्टसाइड की तरह इस्तेमाल किया जाता था। अध्ययन से पता चला है कि यह केमिकल थायराइड, हृदय की समस्या और कैंसर जैसे रोगों को जन्म दे सकता है।
एक सर्वे के अनुसार टूथपेस्ट में इस्तेमाल होने वाले एक केमिकल से कैंसर जैसी बीमारी होने की संभावना होती है। जो टूथपेस्ट हम इस्तेमाल करते हैं। उसमें झाग एसएलएस (सोडियम लॉरियल सल्फेट) केमिकल से बनते हैं। जो कैंसर का कारण बन सकता है।
टूथपेस्ट में सोर्बिटोल मीठा पदार्थ पाया जाता हैं, जिससे पचाना थोड़ा मुश्किल होता है। इसी कारण पाचन संबंधी कई परेशानियां जैसे दस्त, गैस और अपच का सामना करना पड़ सकता है।
टूथपेस्ट में पाए जाने वाले फ्लोराइड का बच्चों के दिमाग पर बुरा असर पड़ सकता है। इससे मस्तिष्क के विकास में रुकावट आने से ऑटिज्म या डिस्लेक्सिया जैसी समस्या हो सकती है।
टोक्सिक लिंक संस्था की एक स्टडी में सामने आया कि कुछ टूथपेस्ट और हैंडवॉश में ट्राइक्लोसन केमिकल मिला है। दिल्ली से लिए गए सैंपलों में करीब 72 फीसदी में यह खतरनाक केमिकल मिला।
स्टडी में दिल्ली में टूथपेस्ट और साबुन के 11-11 सैंपल लिए गए। जांच में यह चोकाने वाला सच सामने आया कि एक साबुन और 4 टूथपेस्ट के सैंपल में ट्राइक्लोसन 3000 पीपीएम की तय मात्रा से अधिक पाया गया।
आपको यह जानकर हैरानी होगी कि इस केमिकल से कैंसर, लिवर और डिप्रेशन जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इससे बच्चों की सेहत पर भी दुष्प्रभाव पड़ता है। कुछ टूथपेस्ट में पॉलीथीन ग्लाइकोल्स (पॉलीथीन) नाम का पदार्थ पाया जाता है, यह केमिकल आपके शरीर के लिए जहर की तरह है जो आपके दिमाग, किडनी और हृदय को नुकसान पहुंचा सकता है।
टूथपेस्ट में ट्रिक्लोसन नाम का जर्म किलर केमिकल पाया जाता है, जिसे पहले पेस्टसाइड की तरह इस्तेमाल किया जाता था। अध्ययन से पता चला है कि यह केमिकल थायराइड, हृदय की समस्या और कैंसर जैसे रोगों को जन्म दे सकता है।
एक सर्वे के अनुसार टूथपेस्ट में इस्तेमाल होने वाले एक केमिकल से कैंसर जैसी बीमारी होने की संभावना होती है। जो टूथपेस्ट हम इस्तेमाल करते हैं। उसमें झाग एसएलएस (सोडियम लॉरियल सल्फेट) केमिकल से बनते हैं। जो कैंसर का कारण बन सकता है।
टूथपेस्ट में सोर्बिटोल मीठा पदार्थ पाया जाता हैं, जिससे पचाना थोड़ा मुश्किल होता है। इसी कारण पाचन संबंधी कई परेशानियां जैसे दस्त, गैस और अपच का सामना करना पड़ सकता है।
टूथपेस्ट में पाए जाने वाले फ्लोराइड का बच्चों के दिमाग पर बुरा असर पड़ सकता है। इससे मस्तिष्क के विकास में रुकावट आने से ऑटिज्म या डिस्लेक्सिया जैसी समस्या हो सकती है।
No comments:
Post a Comment