Wednesday, 29 March 2017

अनिंद्रा

अनिंद्रा की बीमारी


इस बीमारी में व्यक्ति को ठीक प्रकार से नींद नहीं आती | इस बीमारी की वजह से मनुष्य को और भी कई बीमारी होने की सम्भावना बनी रहती है |  इस रोग के कई कारण हो सकते है जैसे कोफ़ी और चाय का अधिक मात्रा में प्रयोग करना , अधिक सोच – विचार करना , ताज़ी हवा की कमी और भारी काम करना | यदि कोई भी व्यक्ति इस बीमारी से पीड़ित है तो उसे कभी भी नींद की गोलियों का उपयोग नहीं करना चाहिये |बल्कि इस रोग का उपचार आयुर्वेदिक तरीके से करना चाहिये

नींद न आने के लक्षण और पहचान –

बैचनी रहना , दिमाग शांत न होना , आँखे लाल होना परन्तु फिर भी नींद न आये ,

अधिक सोच विचार, किसी भी कार्य में मन न लगना.

आजकल इस भागदौड़ भरी जिन्दगी में नींद न आना एक गंभीर विषय है जिसपर हमें चिंतन करना चाहिए, आज हम कुछ ऐसे नुस्खों के बारे में बात करते है जो आपको अच्छी नींद देने में सहायता कर सकते है.

अगर नींद अच्छी नहीं आती है तो आप रात्री में एक गलास दूध में थोडा घी डालकर पी जाये , दूध पीने के बाद 15 मिनट तक धीरे धीरे टहल कदमी करे , फिर अपने बिस्तर पर जाकर लेट जाये , दिमाग को शांत रखे और सो जाये , आपको गहरी नींद आएगी,

जिन सज्जनों को रात्री में नींद की समस्या है उनके लिए जरूरी है के बिस्तर पर जाने से पहले मूत्र त्याग जरूर करे, ताकि बीच में नींद हनन न हो .

नींद न आये तो क्या करे, Neend Aane Ka Upay

रात्री में हमेशा आपका सिरहाना (आपका सिर ) पूर्व दिशा की तरफ होना चाहिए, इसके कई वैज्ञानिक कारण है. ऐसा करने से आपको नींद अच्छी आएगी और बुद्धि का विकास होगा .

मानसिक तनाव से दूर रहे

हमेशा पॉजिटिव रहे , जिन्दगी को खुशहाल कैसे बनाये और कैसे दुसरो के काम आये, ऐसा विचार करे तो जल्दी नींद आएगी,

अगर आप विद्यार्थी है तो अपनी पुस्तकों का अध्ययन करे, आपको जरूर अच्छी नींद आएगी.

रात्री में सोने से पहले गुनगुने पानी में अपने पैर साफ़ करे ऐसा करने से आपको नींद अच्छी आएगी.

रात्री में थोड़ी से अश्वगंधा , सर्पगंधा और जरा सी भांग का मिश्रण बनाकर सादे पानी से ले , ऐसा करने से भी आपको अच्छी नींद आएगी.

प्रतिदिन कसरत करे जिससे शरीर से पसीना निकले और आपकी अनर्जी खर्च हो, ऐसा होने पर थकान होगी और आपको जल्दी और गहरी नींद आएगी.

उपाय : - 

सामग्री   :- 

मेधा क्वाथ   :-  300 ग्राम

बनाने की विधि   :- एक बड़े बर्तन में 400 मिलीलीटर पानी ले और इस पानी में एक चम्मच मेधा क्वाथ की मिलाकर धीमी– धीमी आंच पर पकाये | कुछ देर पकाने के बाद जब इस पानी की मात्रा 100 मिलीलीटर रह जाए तो इसे छानकर सुबह और शाम के समय पीये

सामग्री : -

मेधा क्वाथ   :-   ४० ग्राम

ब्राह्मी वटी    :-  ४० ग्राम

इन दोनों औषधियों की एक –एक गोली दिन में कम से कम तीन बार खाना खाने के आधे घंटे बाद हल्के गर्म पानी के साथ खाएं | इसके आलावा सारस्वातारिष्ट की चार चम्मच की मात्रा में चार चम्मच पानी में मिलाकर रोजाना सुबह और शाम खाना खाने के बाद पीयें |रात को अच्छी नींद आएगी |.......

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