अचानक तेज बुखार, शरीर के रेशेस, बदन दर्द, सिर दर्द, मांसपेशियों व जोड़ों में जबरदस्त दर्द प्रारंभिक लक्षण हैं। एक अन्य प्रकार के डेंगू, जिसको हेमरेजीक डेंगू कहा गया है, में रक्तस्राव के लक्षण व बेहोशी के लक्षण प्रतीत होते हैं। श्वास में रुकावट भी उत्पन्न होती है। ऐसे मरीज को तुरंत किसी अच्छे अस्पताल में, जहां आईसीयू सुविधा हो, ले जाना चाहिए, क्योंकि उसमें प्लेटीलेट कोशिकाओं (रक्त में एक प्रकार की कोशिकाएं, जो खून के शरीर में बहाव को रोकती है) की कमी हो जाती है।
बचाव के तरीके
1.रोगग्रसित मरीज का तुरंत उपचार शुरू करें व तेज बुखार की स्थिति में पेरासिटामाल की गोली दें। एस्प्रिन या डायक्लोफेनिक जैसी अन्य दर्द निवारक दवाई न लें।
2.खुली हवा में मरीज को रहने दें व पर्याप्त मात्रा में भोजन-पानी दें जिससे मरीज को कमजोरी न लगे।
3.फ्लू एक तरह से हवा में फैलता है अतः मरीज से 10 फुट की दूरी बनाए रखें तो फैलने का खतरा कम रहता है। जहां बीमारी अधिक मात्रा में हो, वहां फेस मॉस्क पहनना चाहिए।
4. मच्छर घर में ना पनपे इसके लिए अपने घर की खिड़कियों पर तुलसी का पौधा भी रख सकते हैं इससे मच्छर नहीं होंगे.
5. कमरों के खिड़की-दरवाजें बंद करके कपूर जला लें और 15 से 20 मिनट कमरों को बंद रखें. इससे आप मच्छरों को आसानी से दूर कर सकते हैं.
6. मच्छरदानी में सोएँ, डेंगू के मरीज को दिन में भी मच्छरदानी में सुलाएँ। खिड़की और दरवाजे पर मच्छरजाली लगाएँ।
7. घर में नीम की पत्तियों का धुंआ करने से मच्छर मरने के साथ साथ बुखार में भी लाभ होता है.. मच्छर मारने के वर्तमान तरीकों में जहां मोर्टीन इत्यादि से हानिकारक धुंआ निकलता है वहीँ प्राकृतिक नीम के धुएं से स्वास्थ्य को कोई नुकसान नहीं पहुचता है।
बचाव के तरीके
1.रोगग्रसित मरीज का तुरंत उपचार शुरू करें व तेज बुखार की स्थिति में पेरासिटामाल की गोली दें। एस्प्रिन या डायक्लोफेनिक जैसी अन्य दर्द निवारक दवाई न लें।
2.खुली हवा में मरीज को रहने दें व पर्याप्त मात्रा में भोजन-पानी दें जिससे मरीज को कमजोरी न लगे।
3.फ्लू एक तरह से हवा में फैलता है अतः मरीज से 10 फुट की दूरी बनाए रखें तो फैलने का खतरा कम रहता है। जहां बीमारी अधिक मात्रा में हो, वहां फेस मॉस्क पहनना चाहिए।
4. मच्छर घर में ना पनपे इसके लिए अपने घर की खिड़कियों पर तुलसी का पौधा भी रख सकते हैं इससे मच्छर नहीं होंगे.
5. कमरों के खिड़की-दरवाजें बंद करके कपूर जला लें और 15 से 20 मिनट कमरों को बंद रखें. इससे आप मच्छरों को आसानी से दूर कर सकते हैं.
6. मच्छरदानी में सोएँ, डेंगू के मरीज को दिन में भी मच्छरदानी में सुलाएँ। खिड़की और दरवाजे पर मच्छरजाली लगाएँ।
7. घर में नीम की पत्तियों का धुंआ करने से मच्छर मरने के साथ साथ बुखार में भी लाभ होता है.. मच्छर मारने के वर्तमान तरीकों में जहां मोर्टीन इत्यादि से हानिकारक धुंआ निकलता है वहीँ प्राकृतिक नीम के धुएं से स्वास्थ्य को कोई नुकसान नहीं पहुचता है।
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