मुंह का स्वास्थ्य
मुंह और दांतों का स्वास्थ्य समाज में सभी के लिये सबसे महत्वपूर्ण है.ऐसी सभी तरह की संभावनाएं हैं कि स्वस्थ मुंह से जीवन स्वस्थ होता है.निम्नलिखित सलाह आपको मुंह के बढ़िया स्वास्थ्य की ओर अग्रसर करेगी.
मसूड़े- गुलाबी का अर्थ है स्वस्थ होना
आपके मसूड़े(जिंजिवे) आपके दांतों को घेरे रख कर उनको अपनी जगह पर जमाए रखते हैं.अपने मसूड़ों को स्वस्थ रखने के लिये मुख की सफाई अच्छी तरह करें—अपने दांतों को रोज दो बार ब्रश करें.दांतों को रोज एक बार फ्लॉस करें और नियमित रूप से अपने डेंटिस्ट के पास जाएं.यदि आपके मसूड़े लाल होकर फूल गए हों या उनसे खून निकलता हो,तो ऐसा संक्रमण के कारण हो सकता है.इसे मसूड़ों का शोथ(जिंजीवाइटिस) कहते हैं.इसके तुरंत उपचार से मुख वापस स्वस्थ हो सकता है.इलाज न करने पर मसूड़ों का शोथ गंभीर रोग में विकसित हो सकता है(पेरीओडाँटाइटिस) और आप अपने दांतों को खो सकते हैं.
मौखिक स्वास्थ्य के लिये ब्रश करना
मौखिक स्वास्थ्य साफ दांतों से शुरू होता है.ब्रश करने की इन मूल बातों को ध्यान में रखें.
अपने दांतों को कम से कम दो बार ब्रश करें.जब आप ब्रश करें तो जल्दबाजी न करें.अचछी सफाई के लिये इसे पर्याप्त समय दें.
अच्छे टूथपेस्ट और टूथब्रश का प्रयोग करें फ्लोराइड टूथपेस्ट और मुलायम ब्रिस्टल वाले टूथब्रश का प्रयोग करें.
अच्छी तकनीक का इस्तेमाल करें अपने टूथब्रश को अपने दांतों से हल्के कोण पर पकड़ें और आगे और पीछे करते हुए ब्रश करें.अपने दांतों की भीतरी और चबाने वाली सतहों और जीभ पर ब्रश करना न भूलें.तेजी से न रगड़े,वरना आपके मसूड़े क्षोभित हो सकते हैं.
टूथब्रश बदलना हर तीन से चार महीनों में नया टूथब्रश खरीदें –या उससे भी पहले यदि ब्रिस्टल फैल गए हों.
हमेशा नरम ब्रिस्टल वाले टूथब्रश का प्रयोग करें.
भोजन के बाद कुल्ला करके सुंह को साफ कर लें.
दांतों के बीच फ्लॉस करके फंसे हुए खाद्य कणों को निकाल दें.
मुंह सूखने पर लार का प्रवाह बढ़ाने के लिये शक्कर रहित चुइंग गम खाएं.
लार का प्रवाह बढ़ाने और चबाने की पेशियों की कसरत के लिये कड़े नट खाएं.
शिशुओं को टूथपेस्ट मटर के आकार जितनी मात्रा में दें और उन्हें ब्रश करने के बाद पेस्ट को थूक देने के लिये प्रोत्साहित करें.
हमेशा बिना अल्कोहल वाले माउथवाश का प्रयोग करें क्यौंकि अल्कोहल युक्त माउथवाश से जीरास्टोमिया(शुष्क मुख) हो जाता है.
जिव्हा को साफ रखने के लिये टंग क्लीनर का प्रयोग करें.जिवाणू से संक्रमित जिव्हा से होने वाले रोगों का एक उदाहरण है, हैलिटोसिस.जिव्हा को टूथब्रश से भी साफ किया जा सकता है.
दांतों के गिर जाने पर डेंटल इम्प्लांट लगाए जा सकते हैं.इनसे क्राउनों या ब्रिजों को सहारा मिलेगा जिससे चेहरा अच्छा दिखेगा और गिरे हुए दांतों के रिक्त स्थानों की समस्या का यह एक हल है.
जिनके दांत घिस गए हों,वे विभिन्न तरह के एनहैंसमेंटों के बारे में सोच सकते हैं.क्राउनों से दांत को मूल आकार में लौटाने का प्रयत्न किया जा सकता है और इम्प्लांटों के लिये अनेक विकल्प उपलब्ध हैं.
अंत में, धूम्रपान मुख के स्वास्थ्य के लिये हानिकारक है,और दांतों को बदरंग बनाने के अलावा,धूम्रपान अन्य कई खतरनाक स्वास्थ्य समस्याओं का स्रोत हो सकता है.
मुंह और दांतों का स्वास्थ्य समाज में सभी के लिये सबसे महत्वपूर्ण है.ऐसी सभी तरह की संभावनाएं हैं कि स्वस्थ मुंह से जीवन स्वस्थ होता है.निम्नलिखित सलाह आपको मुंह के बढ़िया स्वास्थ्य की ओर अग्रसर करेगी.
मसूड़े- गुलाबी का अर्थ है स्वस्थ होना
आपके मसूड़े(जिंजिवे) आपके दांतों को घेरे रख कर उनको अपनी जगह पर जमाए रखते हैं.अपने मसूड़ों को स्वस्थ रखने के लिये मुख की सफाई अच्छी तरह करें—अपने दांतों को रोज दो बार ब्रश करें.दांतों को रोज एक बार फ्लॉस करें और नियमित रूप से अपने डेंटिस्ट के पास जाएं.यदि आपके मसूड़े लाल होकर फूल गए हों या उनसे खून निकलता हो,तो ऐसा संक्रमण के कारण हो सकता है.इसे मसूड़ों का शोथ(जिंजीवाइटिस) कहते हैं.इसके तुरंत उपचार से मुख वापस स्वस्थ हो सकता है.इलाज न करने पर मसूड़ों का शोथ गंभीर रोग में विकसित हो सकता है(पेरीओडाँटाइटिस) और आप अपने दांतों को खो सकते हैं.
मौखिक स्वास्थ्य के लिये ब्रश करना
मौखिक स्वास्थ्य साफ दांतों से शुरू होता है.ब्रश करने की इन मूल बातों को ध्यान में रखें.
अपने दांतों को कम से कम दो बार ब्रश करें.जब आप ब्रश करें तो जल्दबाजी न करें.अचछी सफाई के लिये इसे पर्याप्त समय दें.
अच्छे टूथपेस्ट और टूथब्रश का प्रयोग करें फ्लोराइड टूथपेस्ट और मुलायम ब्रिस्टल वाले टूथब्रश का प्रयोग करें.
अच्छी तकनीक का इस्तेमाल करें अपने टूथब्रश को अपने दांतों से हल्के कोण पर पकड़ें और आगे और पीछे करते हुए ब्रश करें.अपने दांतों की भीतरी और चबाने वाली सतहों और जीभ पर ब्रश करना न भूलें.तेजी से न रगड़े,वरना आपके मसूड़े क्षोभित हो सकते हैं.
टूथब्रश बदलना हर तीन से चार महीनों में नया टूथब्रश खरीदें –या उससे भी पहले यदि ब्रिस्टल फैल गए हों.
हमेशा नरम ब्रिस्टल वाले टूथब्रश का प्रयोग करें.
भोजन के बाद कुल्ला करके सुंह को साफ कर लें.
दांतों के बीच फ्लॉस करके फंसे हुए खाद्य कणों को निकाल दें.
मुंह सूखने पर लार का प्रवाह बढ़ाने के लिये शक्कर रहित चुइंग गम खाएं.
लार का प्रवाह बढ़ाने और चबाने की पेशियों की कसरत के लिये कड़े नट खाएं.
शिशुओं को टूथपेस्ट मटर के आकार जितनी मात्रा में दें और उन्हें ब्रश करने के बाद पेस्ट को थूक देने के लिये प्रोत्साहित करें.
हमेशा बिना अल्कोहल वाले माउथवाश का प्रयोग करें क्यौंकि अल्कोहल युक्त माउथवाश से जीरास्टोमिया(शुष्क मुख) हो जाता है.
जिव्हा को साफ रखने के लिये टंग क्लीनर का प्रयोग करें.जिवाणू से संक्रमित जिव्हा से होने वाले रोगों का एक उदाहरण है, हैलिटोसिस.जिव्हा को टूथब्रश से भी साफ किया जा सकता है.
दांतों के गिर जाने पर डेंटल इम्प्लांट लगाए जा सकते हैं.इनसे क्राउनों या ब्रिजों को सहारा मिलेगा जिससे चेहरा अच्छा दिखेगा और गिरे हुए दांतों के रिक्त स्थानों की समस्या का यह एक हल है.
जिनके दांत घिस गए हों,वे विभिन्न तरह के एनहैंसमेंटों के बारे में सोच सकते हैं.क्राउनों से दांत को मूल आकार में लौटाने का प्रयत्न किया जा सकता है और इम्प्लांटों के लिये अनेक विकल्प उपलब्ध हैं.
अंत में, धूम्रपान मुख के स्वास्थ्य के लिये हानिकारक है,और दांतों को बदरंग बनाने के अलावा,धूम्रपान अन्य कई खतरनाक स्वास्थ्य समस्याओं का स्रोत हो सकता है.
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