Tuesday, 24 January 2017

पेट का दर्द :


कारण : पेट में दर्द अनेक कारणों से उत्पन्न हो जाता है। उनमें से प्रमुख कारण है :—


* अति शीत भोजन, शीत ठण्ड लगना, अधिक ठण्ड प्रिज का पानी पीने से,

*  पचाने की क्षमता से अधिक भोजन करना,

* अधिक खटाई सेवन करना।

* अधिक मीठा खाने के कारण कृमि उत्पन्न होना।


निवारण :

साधारण तौर के दर्द में सामान्य: 1 छोटी चम्मच अजवाइन में चौथाई (1/4 ) चम्मच सेंधा नमक, मिलाकर खाने से पेट दर्द ठीक हो जाता है।


हिंगवाष्टक चूर्ण :

घटक : सौठ, कालीमिर्च, पीपल, अजवाइन सेंधानमक जीरा, स्याहजीरा सम भाग एवं भुनी हींग आठवां भाग।

 (हींग को घी में भूनकर मिलावें।)


विधि : भोजन करने से पूर्व भोजन के पांच ग्रास में इस चूर्ण के एक चम्मच (दो आना भर) खुराक मिलाएं।

 उनमें दो चम्मच धी मिला लेवें।

 इस प्रकार 5 ग्रास रोटी की, चूरण में मिले हुए चूर्ण को सर्वप्रथम (आहार के पूर्व) श्रावक मुनिराज को देवें।

 पश्चात् शेष आहार करावे।



परहेज : इमली, आम की खटाई, चावल, अति ठण्डे पेय पदार्थ मौसम्मी, जूस नीबू शिंकजी आदि ठंडे पदार्थ नहीं लेवें।

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