शुद्ध नारीयल तेल 100 ग्राम लेकर उस मे वटवृक्ष (बरगद) के पेड की जडे जाे लटकती रहती है वह 50 ग्राम लेकर तेल मे तब तक पकाए जब तक जडे काली न पड जाए। उस के बाद इस तेल काे काच के बाेतल मे भर के रखे और रात काे साेते समय बालाे काे लगाकर रखे और सुबह इसे धाे डाले इस से बाल सफेद नही हाेगे और बालाे का झडना रुक जाएगा।
हाथ पैर मे माेच आना
अगर गिर जाने से या झटका पड जाने से हाथ शरीर मे दर्द हाेने लगता है। मांस पेशीया अकड जाती हाे ताे अलसी का तेल गरम कर के जहा माेच अायी हाे वहा लगाकर छाेड दे आराम मिलेगा।
सफेद दाग
हरी हल्दी, त्रिफला, अनार छाल, जायफल, सफेद कनेर की जड और धाय के फुल इन सबकाे आवश्यकता नुसार समान मात्रा मे लेकर इस मे आवले का रस मिला दे और 7-8 दिनाे तक इसे खरल (Fry) करते रहे। उस के बाद शुद्ध देसी गाय का घी मिलाकर मलम (क्रीम) बना लिजीए और सफेद दागाे पे लेप किया करे दाग चले जाएगे।
नाेट खटाई, बैंगन, तले भुने मसालेयुक्त पदार्थ, मांस, अंडाे का सेवन न करे। नमक खाना बंद रखे।
जल जाने पर
अगर काेई व्यक्ती आग से जल जाए ताे तुरंत ग्लिसरीन लगाने से जलन कम हाेगी, फफाेले भी नही आएगे लाल दाग भी निकल जाएगा।
जख्म हाेने पर
अगर किसी कारन जख्म हुवा हाे ताे फिटकरी काे एकदम बारीक पिस लेना है और घी मिलाकर जख्म पे लगा दे ताे खुन भी नही बहेगा और फाेडा भी नही हाेगा।
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