तुलसी की 10-12 पत्तियों को गर्म पानी से धोकर रोज सुबह खाएं।
लिवर की समस्याओं में यह बहुत फायदेमंद है।
एक चम्मच तुलसी की पिसी हुई पत्तियों को पानी के साथ मिलाकर गाढा पेस्ट बना लें।
पेटदर्द होने पर इस लेप को नाभि और पेट के आस-पास लगाने से आराम मिलता है।
पाचन संबंधी समस्याओं जैसे दस्त लगना, पेट में गैस बनना आदि होने पर एक ग्लास पानी में 10-15 तुलसी की पत्तियां डालकर उबालें और काढा बना लें।
इसमें चुटकी भर सेंधा नमक डालकर पीएं.
दो कप पानी में एक चम्मच तुलसी की पत्तियों का पाउडर और एक चम्मच इलायची पाउडर मिलाकर उबालें और काढा बना लें।
दिन में दो से तीन बार यह काढा पीएं।
स्वाद के लिए चाहें तो इसमें दूध और चीनी भी मिला सकते हैं।
बारिश या ठंड के मौसम में सर्दी से बचाव के लिए तुलसी की लगभग 10-12 पत्तियों को एक कप दूध में उबालकर पीएं।
सर्दी की दवा के साथ-साथ यह एक न्यूट्रिटिव ड्रिंक के रूप में भी काम करता है।
सर्दी जुकाम होने पर तुलसी की पत्तियों को चाय में उबालकर पीने से राहत मिलती है।
तुलसी का अर्क तेज बुखार को कम करने में भी कारगर साबित होता है। शहद में तुलसी की पत्तियों के रस को मिलाकर चाटने से चक्कर आना बंद हो जाता है।
इसमें तेल में विटामिन सी, कैल्शियम और फास्फोरस भरा होता है।
सिर के दर्द में तुलसी एक बढिया दवा के तौर पर काम करती है।
तुलसी का काढ़ा पीने से सिर के दर्द में आराम मिलता है।
तुलसी की पत्तियां फायदेमंद साबित होती हैं।
रोजाना तुलसी की कुछ पत्तियों को चबाने से मुंह का संक्रमण दूर हो जाता है।
तुलसी खून में कोलेस्ट्राल के स्तर को घटाती है।
ऐसे में हृदय रोगियों के लिए यह खासी कारगर साबित होती है।
लिवर की समस्याओं में यह बहुत फायदेमंद है।
एक चम्मच तुलसी की पिसी हुई पत्तियों को पानी के साथ मिलाकर गाढा पेस्ट बना लें।
पेटदर्द होने पर इस लेप को नाभि और पेट के आस-पास लगाने से आराम मिलता है।
पाचन संबंधी समस्याओं जैसे दस्त लगना, पेट में गैस बनना आदि होने पर एक ग्लास पानी में 10-15 तुलसी की पत्तियां डालकर उबालें और काढा बना लें।
इसमें चुटकी भर सेंधा नमक डालकर पीएं.
दो कप पानी में एक चम्मच तुलसी की पत्तियों का पाउडर और एक चम्मच इलायची पाउडर मिलाकर उबालें और काढा बना लें।
दिन में दो से तीन बार यह काढा पीएं।
स्वाद के लिए चाहें तो इसमें दूध और चीनी भी मिला सकते हैं।
बारिश या ठंड के मौसम में सर्दी से बचाव के लिए तुलसी की लगभग 10-12 पत्तियों को एक कप दूध में उबालकर पीएं।
सर्दी की दवा के साथ-साथ यह एक न्यूट्रिटिव ड्रिंक के रूप में भी काम करता है।
सर्दी जुकाम होने पर तुलसी की पत्तियों को चाय में उबालकर पीने से राहत मिलती है।
तुलसी का अर्क तेज बुखार को कम करने में भी कारगर साबित होता है। शहद में तुलसी की पत्तियों के रस को मिलाकर चाटने से चक्कर आना बंद हो जाता है।
इसमें तेल में विटामिन सी, कैल्शियम और फास्फोरस भरा होता है।
सिर के दर्द में तुलसी एक बढिया दवा के तौर पर काम करती है।
तुलसी का काढ़ा पीने से सिर के दर्द में आराम मिलता है।
तुलसी की पत्तियां फायदेमंद साबित होती हैं।
रोजाना तुलसी की कुछ पत्तियों को चबाने से मुंह का संक्रमण दूर हो जाता है।
तुलसी खून में कोलेस्ट्राल के स्तर को घटाती है।
ऐसे में हृदय रोगियों के लिए यह खासी कारगर साबित होती है।
No comments:
Post a Comment