गैस का रोग आज कल एक आम रोग बन गया है।
पेट में गैस प्रायः पाचन सम्बन्धी किसी अन्य रोग का लक्षण है।
कारण-अनियमित आहार विहार के कारण यह रोग अधिक होता है। आजकल न तो लोगों ले खानपान का समय निश्चित है,न सोने का,इन्हीं अब का दुष्परिणाम है।
आज का बहुप्रचलित गैस रोग,पेट के गैस रोग का सीधा सम्बन्ध भय,क्रोध,द्वेष और चिंता आदि है।
लक्षण-पेट में गैस बनने से पाचन क्रिया अव्यवस्थित हो जाती है। अम्ल और क्षार का संतुलन बिगड़ जाता है,भूख खुलकर नहीं आती और पेट में वायु भरा हुआ मालूम होता है। पेट भारी रहता है,डकारें आतीं हैं,मल सूख जाता है,थकावट व आलस्य घेरे रहता है।
नुश्खे-1-पानी में खाने का सोडा,नींबू और नमक मिलाकर पियें,पेट की गैस परेशान नहीं करेगी।
2-लहसुन और अदरख के रस को मिलाकर गुनगुने पानी के साथ मिलाकर पी लीजिये,अफारा कुछ ही मिनटों में बन्द हो जायेगा।
3-पिसी हुयी हल्दी और नमक गुनगुने पानी से लें,तुरन्त लाभ होगा।
4-कब्ज तथा मन्दाग्नि होने पर पेट का अफारा बेचैनी और भी बढ़ा देता है। इसका सहज समाधान है,इमली का गूदा पानी में उबालकर थोड़ी सी चीनी के साथ मिलाकर सेवन करने करें,मधुमेह के रोगी चीनी के बदले थोडा सा देशी गुड़ या बूरा मिला सकतें हैं।
5-एक चम्मच अजवाइन में चौथाई चम्मच नींबू का रस मिलाकर चाटें,गैस शीघ्र शांत होगी।
6-हरी मूली के छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें,इस पर नींबू,नमक और काली मिर्च छिड़ककर भोजन के साथ लें,इससे गैस नहीं बनेगी।
7-पेट में वायु का प्रकोप होने पर शुद्ध हींग पीसकर उसे रूई के फाहे पर रखकर नाभि पर रखें,इससे गैस निकल जायेगी व दर्द ठीक हो जायेगा।
8-एक गिलास गर्म दूध में दो चम्मच एरंडी का तेल डालकर पियें,शीघ्र लाभ होगा।
9-एक गिलास गन्ने का रस निकाल कर उसे गर्म करके उसमें नींबू का रस और थोडा सा सेंधा नमक डालकर सेवन करने करें,दिन में कम से कम दो बार पियें,कभी अफारा नहीं होगा।
10-पांच बड़े चम्मच सौंफ भूनकर पीस लीजिये। इसी मात्रा में मिश्री का भी चूर्ण बना लें। दोनों को मिलाकर ईसबगोल की भूसी मिला लें।
यह चूर्ण सुबह-शाम और रात को खाना खाने के बाद दो चम्मच लें तो कभी पेट में गर्मी पैदा नहीं होगी और खाना भी शीघ्र हजम होगा।
11-पान के रस में शहद मिलाकर चाटने से गैस से मुक्ति मिलती है।
12-सौंफ को चबाकर खाने और उसका रस चूसने से अफारा शांत होता है। 4-5 ग्राम सौंफ का चूर्ण गर्म पानी के साथ लेने से भी अफारा दूर होता है।
13-हींग,सुंघनी या काला नमक डालकर गर्म किया हुआ तिल का तेल पीने से पेट की गैस से छुटकारा मिलता है।
14-25 ग्राम मैथी और 25 ग्राम सोडा लेकर तवे पर भूनिये,फिर उन्हें अधकूटा कर लें,यह चूर्ण 5-5 ग्राम सेवन करने से गैस रोग से मुक्ति मिलती है।
No comments:
Post a Comment