1- प्रक्रति और अवस्था के अनुसार शुद्ध देशी गौ माता के ताजा गौमूत्र सूती कपडे मे छानकर सुबह खाली पेट एक चौथाई कप पिये
या
गौमूत्र अर्क, गौमूत्र घनवटी या गौममूतासव या गौैमूत्र हरीतकी वटी का सेवन करें
2- शुद्ध देशी गौ माता का शुद्ध देशी घी का अधिक से अधिक सेवन करें रात्रिमे में दूध मे घी डालकर पीये
3- देशी गौ माता का शुद् घी हलका गुनगुना करके दोनो नाशिकाओ मे डाले
सोने से पहले
4- त्रिफला घर्त का सेवन करें
5- शुद्ध सरसों या तिल के तेल से पूरे शरीर पर मालिश करे
6-
ताजे गौबर से स्नान करे देशी गाय के
या अंगराग चूर्ण + कचचा दूध या दही से स्नान करे
इन्हे 15-20 मिनट शरीर पर लगा रहने दे
साबुन शैंपू का प्रयोग बिलकुल बंदकर दे
अपथ्य (क्या नही खाना पिना)
फ्रीज की चीजे, तेज खटाई, आलू, गौभी, प्याज, बासी भोजन, मैदा, बैसन, आयोडिन नमक, रूखी चीजे और पंखे की तेज हवा और पावडर
पथ्य (जो खाना है)
मीठा, तुलसी + शहद, लहसुन,करेला,नारियल और नींबू
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