काली जीरी एक औषधीय पौधा होता है। यह देखने में या आकार छोटी होती है। यह स्वाद में थोड़ी तीखी और तेज होती है और इसमें जरा सा तीखा पन भी पाया जाता है। इसके पौधे का स्वाद कटू (कडवा) होता है। यह हमारे मन और मस्तिष्क को ज्यादा तीव्र (उत्तेजित) करती है। यह बहुत लाभकारी पौधा होता है।
यह गर्म तासीर का होता है, यह सामान्य जीरे जैसा होता है लेकिन इसका रंग काला होता है और आम जीरे से कुछ मोटा होता है।
यह काला जीरा से अलग होती है।
काली जीरी को किन किन नामों से जाना जाता है?
इसे आम भाषा में काली जीरी कहते है, लेकिन इसके अलग अलग नामों को जान लेना भी बहुत आवश्यक है।
अंग्रेजी में इसे black cumin seed कहा जाता है,
संस्कृत में कटुजीरक और अरण्यजीरक कहते हैं,
मराठी में कडूजीरें,
गुजराती भाषा में इसको कालीजीरी ही कहते हैं
लैटिन भाषा में वर्नोनिया एन्थेलर्मिटिका (Vernonia anthelmintika) कहा जाता है।
काली जीरी के अलग अलग नाम
काली जीरी के क्या क्या लाभ है?
यह एक औषधीय पौधा है और बहुत सी बीमारियों को दूर करने में मदद करता है, इसके मुख्य उपयोग निम्न है:
शुगर (डायबिटीज) पर नियंत्रण में उपयोगी
बालों की देखभाल और वृद्धि में लाभ
चरम रोगों में फायदेमंद
कोलेस्ट्रॉल घटाने में मदद करता है
पाचन शक्ति बढ़ाता है
पेट के कीड़े नष्ट करने में कारगर
खून साफ़ करती है
सफेद दाग (कुष्ठ) में भी लाभप्रद
पेशाब सम्बन्धी समस्याओं में फायदा करती है
गर्भाशय के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद
मेथी और अजवाइन के साथ लेने पर वजन घटाने में उपयोगी
जहरीले जीवों के काटने या डंक लगने पर इसका उपयोग बहुत अच्छा होता है।
आम के अचार में भी प्रयोग किया जाता है।
कुछ सब्जियों में छौंक के साथ भी प्रयोग किया जाता है।
जिन लोगों को कब्ज या पेट वाली बीमारियाँ है। उनके लिए तो यह रामबाण औषधि का काम करती है। पेट की बीमारियों के लिए इसमें दो औषधि और मिलाकर प्रयोग किया जाता है। इन तीनों औषधियों को त्रियोग भी कहा जाता है। तीनों औषधियों में मैथीदाना, जमाण और काली जीरी का सही अनुपात होता है। यह तीनों चीजें आपको आराम से मिल सकती हैं। और तीनों ही औषधीय गुणों से भरपूर हैं।
लेकिन यह गर्म तासीर की होती है और सभी के लिए उपयोगी और उपयुक्त हो यह आवश्यक नहीं है, इसलिए इसके प्रयोग से पहले किसी अच्छे आयुर्वेदाचार्य से परामर्श अवश्य ले लें।
वजन घटाने के लिए काली जीरी का प्रयोग
निम्न सामग्री लें
100 ग्राम मेथी (fenugreek seeds)
40 ग्राम अजवायन (carom seeds)
20 ग्राम काली जीरी
इन सब को अलग अलग हल्का भून लें
इस मिलकर "हवाबंद डब्बे" में रखें
एक चम्मच रोज सोने से पहले हल्के गुनगुने पानी के साथ सेवन करें
यह महिलाओं के लिए वजन घटाने का एक विशेष उपाय है, इस पाउडर से पाचन में भी सुधार होता है।
इस औषधि के अन्य भी बहुत लाभ हैं।
जैसे-: गठिया, हड्डियां, आँखों की रोशनी, बालों का विकास और शरीर में रक्तसंचार उत्तेजित होता है। कफ (खासी) में आराम मिलता है। शरीर की रक्तवाहिनियां शुद्ध होंगी। स्त्रियों में होने वाली तकलीफें दूर होती है।
यह गर्म तासीर का होता है, यह सामान्य जीरे जैसा होता है लेकिन इसका रंग काला होता है और आम जीरे से कुछ मोटा होता है।
यह काला जीरा से अलग होती है।
काली जीरी को किन किन नामों से जाना जाता है?
इसे आम भाषा में काली जीरी कहते है, लेकिन इसके अलग अलग नामों को जान लेना भी बहुत आवश्यक है।
अंग्रेजी में इसे black cumin seed कहा जाता है,
संस्कृत में कटुजीरक और अरण्यजीरक कहते हैं,
मराठी में कडूजीरें,
गुजराती भाषा में इसको कालीजीरी ही कहते हैं
लैटिन भाषा में वर्नोनिया एन्थेलर्मिटिका (Vernonia anthelmintika) कहा जाता है।
काली जीरी के अलग अलग नाम
काली जीरी के क्या क्या लाभ है?
यह एक औषधीय पौधा है और बहुत सी बीमारियों को दूर करने में मदद करता है, इसके मुख्य उपयोग निम्न है:
शुगर (डायबिटीज) पर नियंत्रण में उपयोगी
बालों की देखभाल और वृद्धि में लाभ
चरम रोगों में फायदेमंद
कोलेस्ट्रॉल घटाने में मदद करता है
पाचन शक्ति बढ़ाता है
पेट के कीड़े नष्ट करने में कारगर
खून साफ़ करती है
सफेद दाग (कुष्ठ) में भी लाभप्रद
पेशाब सम्बन्धी समस्याओं में फायदा करती है
गर्भाशय के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद
मेथी और अजवाइन के साथ लेने पर वजन घटाने में उपयोगी
जहरीले जीवों के काटने या डंक लगने पर इसका उपयोग बहुत अच्छा होता है।
आम के अचार में भी प्रयोग किया जाता है।
कुछ सब्जियों में छौंक के साथ भी प्रयोग किया जाता है।
जिन लोगों को कब्ज या पेट वाली बीमारियाँ है। उनके लिए तो यह रामबाण औषधि का काम करती है। पेट की बीमारियों के लिए इसमें दो औषधि और मिलाकर प्रयोग किया जाता है। इन तीनों औषधियों को त्रियोग भी कहा जाता है। तीनों औषधियों में मैथीदाना, जमाण और काली जीरी का सही अनुपात होता है। यह तीनों चीजें आपको आराम से मिल सकती हैं। और तीनों ही औषधीय गुणों से भरपूर हैं।
लेकिन यह गर्म तासीर की होती है और सभी के लिए उपयोगी और उपयुक्त हो यह आवश्यक नहीं है, इसलिए इसके प्रयोग से पहले किसी अच्छे आयुर्वेदाचार्य से परामर्श अवश्य ले लें।
वजन घटाने के लिए काली जीरी का प्रयोग
निम्न सामग्री लें
100 ग्राम मेथी (fenugreek seeds)
40 ग्राम अजवायन (carom seeds)
20 ग्राम काली जीरी
इन सब को अलग अलग हल्का भून लें
इस मिलकर "हवाबंद डब्बे" में रखें
एक चम्मच रोज सोने से पहले हल्के गुनगुने पानी के साथ सेवन करें
यह महिलाओं के लिए वजन घटाने का एक विशेष उपाय है, इस पाउडर से पाचन में भी सुधार होता है।
इस औषधि के अन्य भी बहुत लाभ हैं।
जैसे-: गठिया, हड्डियां, आँखों की रोशनी, बालों का विकास और शरीर में रक्तसंचार उत्तेजित होता है। कफ (खासी) में आराम मिलता है। शरीर की रक्तवाहिनियां शुद्ध होंगी। स्त्रियों में होने वाली तकलीफें दूर होती है।
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