Saturday, 21 November 2015

कहीं रूम हीटर तो नही है, आपकी बीमारी का कारण?

ठण्ड से बचाने वाला रूम हीटर कहीं आपको और आपके परिवार को बीमार तो नहीं कर रहा, और आप समझ रहे हों की अधिक ठण्ड से आप या आपका परिवार बीमार है?
बचपन से हम जब सर्दियां अधिक पड़तीं थी तब आग पर तापा करते थें, गांवों कस्बों में आलांव जलाकर सादरी से बचा करते थे|
आधुनिक व्यवस्था में इसका स्थान विद्युत हीटर ने ले लिया है| आग जलने या अलांव लगाने की जगह हवादार खुली होती थी, इस कारण कोई समस्या नही होती थी|
पर वर्तमान में धुवाँ रहित हीटर से बंद कमरों को गर्म रखने का कार्य किया जाता है|
क्या आप जानते हें की हीटर से बड़ी मात्रा में वायु और ओक्सिजन जलती है, जिससे बंद कमरे की ओक्सिजन निरंतर कम होती है, यदी ताजी हवा को भी खिड़की आदि से बंद कर दिया गया होगा तो , जो की आजकल के एसी कमरों में होता है तो कमरे में ओक्सिजन की कमी घातक सिद्ध होती है, अक्सर इस प्रकार से होने वाली दुर्घटना सुनाने मिलतीं हें|
कम् ओक्सिजन वाली हवा में हम या हमारा परिवार लगातार रहता है, तो मस्तिष्क पर ओक्सिजन की कमी का प्रभाव सबसे पहिले होता है, परिणाम स्वरूप, तत्कालीन चक्कर सा आना, सर दर्द, बेचेनी, अनुभव होने लगतीहै|
लगातार कईदिन एसा होने पर स्मरणशक्ति की कमी, मानसिक उद्वेग, अनिद्रा, चिड-चिडाहट, होने लगती है, यह परिवार में कलह लड़ाई या असंतोष का कारण बनती है|
ओक्सिजन की कमी से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने से कई रोग उत्पन्न होने लगते हें|
कहीं आपके परिवार में तो एसा नही हो रहा है?
आप निम्न नियम अपनाएं और स्वस्थ रहें -
ताजा हवा आने- जाने के लिए वेंटिलेशन/ खिड़की खुली हो|
रूम हीटर 20- 30 मिनिट चलाकर बंद कर दें|
ठण्ड से बचने ऊन के कबल( ब्लेंकेट) कपास की (नॉन सिन्थेंटिक रजाई) आदि का ही प्रयोग करें|

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